इन लव विथ बिलियनेयर( कॉन्ट्रैक्ट मैरिज ) (भाग-11)
♥️सगाई स्पेशल♥️
Note - कहानी में अब सगाई से लेकर ऋषभ की शादी तक ही कुछ न्यू लोग आएंगे ....क्योंकि मचाना चाहते है वो धमाल ...🤗 उसके बाद वापस नहीं आयेंगे कभी ।
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पिछले भाग में आपने पढ़ा था कि अवनी ..आदि और विवेक परी के साथ होटल के लिए निकल जाती है ,
अब आगे ,
थोड़ी देर बाद ही वो लोग होटल पहुंच जाते है । होटल दिखने में बहुत ज़्यादा ही खूबसूरत होता है ,
तभी आनंद भागते हुए कार के पास आ जाता है और कार का दरवाजा खोलते हुए कहता भाभी स्वागत है आपका हमारे इस होटल में .....
सब लोग फिर कार से बाहर निकल जाते है । तब अवनी पूछती है ,
अवनी - हमारा होटल मतलब ?🤔
आनंद -ओह मतलब ये कि होटल हमारा है ..आपके खडूस पतिदेव ने बनवाया है ।
अवनी अच्छा कहकर सबके साथ अंदर चली आती है ।
अंदर का नजारा देख कर ही सभी लोग दंग हो जाते है , होटल जितना खूबसूरत बाहर से होता है उतना ही अंदर से भी । तभी निहारिका जी उनके पास आकर स्वागत करती है और कहती है ,
निहारिका जी - कैसा लगा होटल बेटा... सगाई के लिए ठीक है ना
अवनी - जी बिल्कुल मॉम बहुत खूबसूरत है।
निहारिका जी - चलो फिर अब जल्दी बहुत काम है ...होटल का डेकोरेशन का काम भी पूरा करवाना है ..आनंद तुम यहां क्यों खड़े हो ...जाकर विहान की मदद करो सगाई का स्टेज डेकोरेट करने में ।
आनंद - (हंसते हुए ) ओके मॉम मै अभी गया और अभी आया
(आनंद वहां से चला जाता है। फिर निहारिका जी कहती है )
निहारिका जी - बेटा आप लोग मेरे साथ चलिए अपने अपने कमरों में ।
( वो फिर सबको सबके कमरे दिखाती है और नौकर सबका सामान उनके कमरे तक पहुंचा देता है। तभी आदि पूछता है
आदि - आंटी जी ऋषभ नहीं दिख रहा कहां है वो ?
निहारिका जी - और कहा हो सकते है जनाब ..ऑफिस मे
ही होंगे ।
आदि - ओह गॉड ...अपनी सगाई के दिन भी ये काम में लगा है 🙄..मै अभी उसे लेकर आता हूं ,
(आदि फिर वहां से चला जाता है । तब निहारिका जी कहती है ,)
निहारिका जी - अवनी बेटा शादी के बाद तुम्ही उसे सुधार देना ..
अवनी - (धीरे से )जी मॉम
निहारिका जी - ठीक है तुम अब अपना सारा सामान सेट कर लो मै थोड़ी देर में मेकअप करने वाली को भेजती हूं आज मेरी बेटी सबसे खूबसूरत लगनी चाहिए ।
अवनी - जी
थोड़ी देर बाद निहारिका जी वहा से चली जाती है । अवनी फिर बालकनी मे जाकर बाहर का नजारा देखने लगती है तभी उसके कंधे पर कोई हाथ रखता है वो डर कर पीछे हट जाती है तो देखती है कि सामने खुशी खड़ी है , अवनी उसे हाथो से मारते हुए कहती है ,)
अवनी - यार तूने तो डरा ही दिया मुझे लगा .....
खुशी - (शर्माते हुए ) ओह हो क्या लगा ?
अवनी - कुछ नहीं लगा अब तू बता कब आईं यहां?
खुशी - आहा अभी तक तो मैंने कुछ कहा भी नहीं और अभी से लाल हो गई
अवनी - मै कोई लाल नहीं हुई हूं ठीक है ....अब तू जा यहां से वरना पीट जाएगी मेरे से ....
खुशी - हां हां चली जाती है देख रही हूं अभी से अपनी दोस्त को भगा रही है शादी के बाद तो भूल ही जाएगी पक्का ....
अवनी - ओह हो नौटंकी आ बैठ मेरे पास ...नहीं भगा रही ....
(खुशी अवनी को पीछे से दबोच लेती है और कहती है चल जल्दी नीचे आज तुम्हे हाई हील्स पेहननी है .......)
अवनी - (हंसकर ) ना बाबा ना मुझसे नहीं होगा ये सब...... तेरी हिल्स तुझे ही मुबारक .....
खुशी - चलेगी क्यों नहीं तू .....घसीट के ले जाऊंगी तूझे.......
( तभी पीछे से आनंद कहता हैं किसकी इतनी हिम्मत जो मेरी भाभी को घसीट के ले जाए। खुशी आनंद के सामने आकर खड़ी हो जाती है और अपनी उंगली से चट से उसके माथे पर मारकर बाहर जाकर कहती है अवनी 3 मिनट में नीचे आ जाओ वरना ऊपर पहुंचा दुंगी आज ही......फिर वो चली जाती है )
आनंद - भाभी... खुशी मुझसे नाराज़ है क्या ? अब सीधे मुंह बात भी नहीं करती है ...
अवनी - (हंसते हुए) तो उल्टे मुंह बात कर लो अच्छा मै अब जाती हु नीचे वरना वो मुझे छोड़ेगी नहीं......
आनंद - अरे भाभी रुकिए ना ....
( अवनी फिर वहा से नीचे चली जाती है जहा हॉल में.... स्टेज डेकोरेशन का काम चल रहा होता है ...फिर खुशी आ जाती है और कहती है)
खुशी - अब पहनो ये हील्स और चल के दिखाओ ...
अवनी -( गुस्से में ) हां आज मेरी बेइज़ती करवा के ही छोड़ेगी तू
( तभी रिया भी टोनी अंकल के साथ आ जाती है वो खुशी के पास जाकर उससे बात करने लगती है और टोनी अंकल अनंत जी के पास चले जाते है )
खुशी - हां हां देखा जाएगा......अब तू चलना शुरू तो कर
(अवनी फिर खुशी को घूरते हुए हील्स पहन कर चलने की कोशिश करती है हॉल में......कई बार तो वो गिरने भी लगती है पर खुद को संभाल लेती है और कहती है ...)
अवनी - (गुस्से में) खुशी आज सच मे तू नहीं बचेगी....बहुत मजा आ रहा है ना मुझे ऐसे चलते हुए देख कर....
खुशी -(हंसते हुए ) बहुत - बहुत मजा रहा है...
(फिर वो अपने फोन से वीडियो बनाने लगती है ।)
अवनी - खुशी वीडियो बनना बंद कर मजाक बना दिया मेरा सबके ....
( तभी अवनी का पैर फिसल जाता है और वो डर के मारे आंखे बंद कर लेती है .....पर उसे एहसास होता है कि किसी ने उसके कमर को पकड़ रखा है ...वो धीरे धीरे आंखे खोलती है तो देखती है कि ऋषभ ने उसे पकड़ रखा है तभी पूरे होटल में गाना बजने लगता है.......
हुआ है आज पहली बार जो ऐसे मुस्कुराया हूँ तुम्हें देखा तो जाना ये के क्यों दुनिया में आया हूँ ।
ये जान लेकर के जा मेरी तुम्हे जीने में आया हूँ मैं तुमसे इश्क़ करने की इजाज़त रब से लाया हूँ .......
ज़मीन से आसमान तक हम ढूंढ आये जहाँ सारा बना पाया नहीं अब तक खुदा तुमसे कोई प्यारा
आनंद - ओ भाई रब से इश्क करने कि इजाज़त बाद मे लेना अभी भाभी को उठा तो दीजिए .......
( ऋषभ अवनी को गोद में उठा लेता है ....तो पीछे से खुशी , रिया , आनंद , आदि साथ में हूटिंग करने लगते है ... अवनी आवाज सुनकर शरमा के आंखे बंद कर लेती है , ऋषभ फिर उसे सीढ़ियों से अपने कमरे में ले जाता है और बेड पर बिठा देता है ।)
अवनी - (चौक कर )आप मुझे यहां क्यों लाए है ?
(ऋषभ बिन कुछ बोले अलमारी ओपन कर एक सुंदर से जूती निकालता है और कहता है ....
ऋषभ - आपको हील्स पहनने की जरूरत नहीं ..ये जूती आपके लिए है ......
( इतना कहकर ऋषभ वहा से चला जाता है )
अवनी - ( ऋषभ को जाते हुए देखकर खुद से कहती है ) ये ऐसे क्यों है ....
फिर वो जूती को पहन कर एक बार ट्राई करती हैं और कहती है ये सच में बहुत खूबसूरत लग रहे है ।
तभी निहारिका जी अवनी को ढूंढते हुए मेकअप करने वाली के साथ ऋषभ के कमरे में आ जाती है और अवनी को वहां बैठा देखकर वहीं तैयार करवाने लगती है । वो बार - बार मेकअप वाली को कहती है ऐसे तैयार करो की मेरी बेटी को सब देखते रह जाए ।
(तभी आनंद कहता है )
आनंद - मॉम जरा सी नजर अपने दो बेटों पर भी डाल लीजिए ...
निहारिका जी - बेटा जी खुद जाकर अपने भाई को तैयार करो 😏अभी मै बहुत बिज़ी हूं ।
आनंद - रेडी तो आप ही करेंगी
( इतना कहकर आनंद वहां से चला जाता है । )
निहारिका जी - ( हंसकर ) ये कभी नहीं सुधरेगा ....
तभी ऋषभ भी आता है और अपना समान लेकर वहा से जाने लगता है तो निहारिका जी पूछती है ,
निहारिका जी - तुम कहा चले ?
ऋषभ - (अवनी के तरफ देखते हुए ) मेरे रूम पर किसी ने कब्जा कर रखा है तो मै आनंद के रूम मे जा रहा रेडी होने ।
निहारिका जी - किसी से क्या मतलब (अवनी के तरफ इशारा करते हुए ) she is ur wife Mr Rishabh .
ऋषभ बिना कुछ बोले वहां से चला जाता है , उसे ऐसे जाते देख निहारिका जी अवनी से कहती है अब मै अपने बेटो को देखती हूं कि आखिर वो कर क्या रहे दोनों नौटंकीबाज बाज है ।
अवनी - (हल्का सा मुस्कुराए हुए ) ओके मॉम
निहारिका जी फिर वहां से आनंद के कमरे में चली जाती हैं तो देखती है कि ऋषभ तैयार हो रहा है और आनंद सो रहा है । उसे सोते देख वो मग में पानी लेकर आनंद के ऊपर फेंक देती है , आनंद हड़बड़ा जाता है और उठकर कहता है ,
आनंद - वो भाई भाई कहा से बाढ़ आ गया आपके कमरे में ?
निहारिका जी - बाढ़ नहीं तूफान आया है 😡.
आनंद - ( हंसते हुए ) माताजी आप तूफान नहीं ज्वालामुखी है ।
निहारिका जी - ( गुस्से में ) अच्छा जी अगर मै ज्वालामुखी हूं तो जल्दी जाकर तैयार हो जाओ वरना फट जाऊंगी ।
आनंद - (बिल्कुल सीरियस होकर रोबोट स्टाइल में ) जी ! जी ! माताजी आपके ऑर्डर हम फॉलो करेंगे अब आप यहां से प्रस्थान कर सकती है ।
( निहारिका जी और ऋषभ दोनों आनंद की इस हरकत पर हंसने लगते है । फिर निहारिका जी वहां से नीचे चली जाती है सगाई की डेकोरेशन देखने के लिए ।)
.................
सब लोग अपने - अपने काम में लगे होते है , पूरे होटल को
बहुत खूबसूरती से सजाया जाता हैं ।
शाम मे सारे मेहमान लोग भी आने शुरू हो जाते है । जो भी आता होटल की सजावट देखकर वाह वाही करता है ।
अनंत , निहारिका और टोनी जी मेहमानों का स्वागत करने मै लगे होते है । तभी आदि , आनंद , रिया और खुशी एक साथ हॉल में आ जाते है तो
आनंद तो खुशी को देखता ही रह जाता है , खुशी जब उसे अपनी तरफ ऐसे देखते हुए पाती है तो आंखे दिखा कर😡 घूरने लगती है जिसकी वजह से रिया और आदि खुशी की इस हरकत पर एक साथ हंसने लगते है ,वही आनंद वहा से शर्मा के निकल जाता है और मेन गेट पर जाकर खड़ा हो जाता है । उसे वहा खड़ा हुआ देखकर निहारिका जी पूछती है ,
निहारिका जी - तुम क्या कर रहे यहां ?
आनंद - मेहमानों का स्वागत
निहारिका जी - ठीक है फिर हम अंदर जाते है तुम यही करो स्वागत ...
आनंद - मॉम नहीं मै ......
तबतक तीनों लोग वहा से चले जाते है । खुशी हंसते हुए आनंद के सामने आकर खड़ी हो जाती है और कहती है ,
खुशी - आप तो फस गए मिस्टर आनंद
आनंद ( खुशी को देखते हुए ) हां फंस तो गया हु ..
खुशी कुछ नहीं बोलती है और आनंद बाहर देखने लगता है ...
खुशी - आप( ये) तबसे बाहर किसे देख रहे है ?
आनंद - किसी को ढूंढ रहा .........हां अब मिल गए ये देखो ..
( खुशी देखती है कि सामने से 3 लोग आ रहे है और आनंद भाग कर तीनों के गले लगता है और मिलने के बाद वो खुशी की तरफ मुड़ता है और कहता है ...,)
आनंद - खुशी जी ....इनसे मिलिए ये मेरे बचपन के दोस्त टविंकी , जाह्नवी और रेहान...ये लोग भाई की शादी में आना चाहते थे क्योंकि धमाल जो करने वाले है तो मैने बुला लिया और फिर इस शहर में इनका कुछ जरुरी काम भी है तो वो भी करेंगे,
सब लोग एक साथ हाय कहते है , खुशी भी एक बड़ी सी स्माइल देकर हाय कहती है ( खुद से ) वाह एक ही बार में इस बिल्ले ने पूरी जन्म कुंडली बता दी ग्रेट .....और फिर वहां से चली जाती है । आनंद को खुशी का इस तरह से जाना अच्छा नहीं लगता है पर वो थोड़ा सा मुस्कुराए हुए सबको लेकर अंदर आ जाता है स्टेज के पास तो इवान कहता है ,
रेहान- आनंद इस एवरीथिंग इस फाइन ??
आनंद - हां यार तू क्या आते ही अपनी अंग्रेजी झाड़ना शुरू हो गया चल ये बताओ (थोड़े जोश में ) ये स्टेज देखकर बताओं कैसा लग रहा है ,
रेहान- वाउ इट्स लुकिग ब्यूटीफुल.....तुमने किया क्या डेकोरेशन का काम ?
आनंद - यो ब्रो 😏
तभी आदि आकर कहता है चल झूठे.......
.( सब लोग हंसने लगते है ) ........
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दूसरी तरफ जब मेकअप का काम पूरा हो जाता है तो अवनी मेकअप करने वाली को बाहर भेज देती है और खुद से ही तैयार होने लगती है , चोली की डोरी जब भी बांधती है वो ढीली हो जाती है । अवनी फिर चुन्नी ओढ़कर रूम से बाहर निकलकर खुशी को ढूंढती है पर उसे वो नजर नहीं आती है। अचानक से लाइट चली जाती है और वो हड़बड़ा के इधर - उधर चलने लगती हैं और किसी से टकरा जाती है तो कहती है ...,
अवनी -( हड़बड़ा के ) कौन है ?
( मै हू )
अवनी -( हकलाते हुए ) ऋष..भ जी आ...प है ?
ऋषभ - हा मै ही हू
( अवनी इतना सुनते ही वहां से भागने लगती है पर वो उसे खींच कर अपने करीब कर लेता है तो वो कहती है )
अवनी - ये आप क्या कर रहे है छोड़िए मुझे ?
ऋषभ - पर मैंने तो पकड़ा ही नहीं है ..
अवनी - झूठ मत बोलिए ....
(ऋषभ फिर अपना हाथ अवनी की कमर के पास लाता है तो ,)
अवनी - (गुस्से में 😡) मैं जानती थी आप कुछ ऐसा ही करेंगे छोड़िए मुझे ....
( ऋषभ बिना कुछ कहे ..रुमाल निकाल कर अवनी का मुंह बांध देता और कहता है )
ऋषभ - हर बार आप खुद को ही सही मत समझिए और अब आप शांति से बिना हिले डुले खड़े रहीए.....
( वो फिर अपनी ड्रेस से चोली की डोरी को निकालता है और बांध कर वहा से चला जाता है , उसके जाते ही लाइट आ जाती है )
अवनी - ( पीछे मुड़कर ) ऋषभ जी.......
( वो देखती है कि वहा कोई नहीं है । वो खुद से कहती है मै कुछ ज़्यादा ही गलत समझ रही उन्हे ..... फिर वो अपने कमरे में चली जाती है )
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थोड़ी देर बाद ऋषभ भी नीचे पहूचता है तो निहारिका जी जी उसे देखकर कहती है ,
निहारिका जी - हाय नजर ना लगे मेरे लाल को ♥️
तभी आनंद आकर खड़ा हो जाता है और कहता है ...
आनंद - अच्छा जी..... मॉम अगर ये लाल है तो मै कौन हूं ?
निहारिका - (हंसते हुए ) तुम मेरे पीले नीले हो
(वहा खड़े सभी लोग हंसने लगते है 😂)
आनंद - आज सब मेरे पर हंस रहे है देखना एक दिन अपना टाइम भी आएगा ....
निहारिका जी - हा हा आएगा टाइम एक दिन ...अब चलो सगाई का टाइम हो गया है ।
आनंद - (हंसते हुए ) ओह मॉम सगाई भाई की है मेरी नहीं .......अब आप भाभी को लेकर आइए ...भाई कि सकल देखकर ऐसा लग रहा है कितने बेताब है मिलने के लिए ....है ना भाई ?
( ऋषभ कुछ नहीं कहता है )
आनंद - मॉम... भाई हमेशा साइलेंट मोड पर क्यों रहते है ?
निहारिका जी - तुम साइलेंट मोड पर हो जाए वरना मै वायलेंट मोड पर हो जाऊंगी तबसे देख रही हूं बोले जा रहे हो ....
आनंद - ही ही ओके देवी जी ..
( निहारिका जी फिर वहा से चली जाती है और अवनी को अपने साथ लेकर जैसे ही हॉल मै पहुंचती है तो आनंद गाना गाता है ...
तूने मारी एंट्रियां रे दिल में बजी घंटियाँ रे टंग टंग टंग
दिल की सुन कमेंट्रियां रे प्यार की गारंटीयाँ रे
टंग टंग टंग
अरे ताड़ा ताड़ी करना , ना अब नहीं सुधारना फूटने लगा है ,अरे चाहतों का झरना
दिल की ना मरम्मतें हों ना कोई वारंटीयाँ रे टंग टंग टंग
तूने मारी एंट्रियां रे दिल में बजी घंटियाँ रे टंग टंग टंग
( सब लोग वाह वाह करने लगते है तो इवान कहता है )
रेहान - ग्रेट ब्रो वाह क्या कमाल का स्वागत किया है ...
आनंद - अपुन का स्टाइल ही गजब है भाई ...
निहारिका जी - अरे अपुन का बेटा ही गजब है ...
आनंद - ओह मॉम 😗😗
(उधर अवनी शर्मा इतना अच्छा स्वागत देखकर और मुस्कुराने लगती है आनंद के इस गाने पर तो आनंद कहता है )
आनंद - भाभी जान शर्माइए मत वहा देखिए तबसे देख रहा हूं भाई आपको ही देख रहे है ...
( अवनी फिर ऋषभ की तरफ देखती है तो देखती ही रह जाती है वहीं हाल ऋषभ का भी होता है पर वो अपना चेहरा दूसरी तरफ कर लेता है तो )
आनंद उन दोनों को देखता है और ऋषभ के पास जाकर कहता है ,
आनंद - भाई जान प्यार हो गया क्या भाभी जान से ?
ऋषभ - शायद हो गया है ............
आनंद - क्या सच में .....
ऋषभ - ( आनंद की तरफ देखते हुए ) हां झूठ मे
आनंद -( गुस्से में ) घटिया जोक मारना बन्द करो (प्यार से ) अब चलो भाभी इंतेज़ार कर रही और हां जैसे जैसे बोला है वैसे ही करना है ओके बाय ।
(आनंद वहा से फिर चला जाता है और खुशी... अवनी का हाथ पकड़ कर कहती है चले सखी ... कोई इंतेजार कर रहा है ..ऋषभ पहले ही स्टेज पर होता है अवनी जब स्टेज के पास आती है तो ऋषभ अपना हाथ सामने करता है । अवनी (ऋषभ की तरफ देखते हुए ) ... हाथ पकड़ कर चढ़ जाती है स्टेज पर , फिर निहारिका जी फूलो से सजी हुई थाल में दो रिंग लेकर आती है
और कहती है ये सगाई का शुभ काम पूरा करो और हमेशा खुश रहो 😊। अवनी फिर रिंग लेकर ऋषभ को पेहेना देती है फिर ऋषभ रिंग लेता है और नीचे झुक कर बैठ जाता हैं (जैसे कोई प्रपोज करता है ) और अवनी को रिंग पहना देता , फिर उन दोनों के ऊपर गुलाब के फूल गिरते है । ऋषभ उसमे से एक गुलाब उठा कर अवनी के बालो में लगा देता है तो ( आनंद , के साथ सब हूटिंग करते है खुश होकर ) फिर सब लोग खाना खाने चले जाते है .....
अवनी और ऋषभ एक साथ स्टेज पर ही बैठे होते है लोग उन्हें आशीर्वाद और गिफ्ट देते है ।
इधर आनंद , ट्विंकी और रेहान खाने में लगे होते है ........
आनंद - ओह भाई ये चाट कितना टेस्टी लग रहा है मजा ही आ गया ...
जाह्नवी - चाट छोड़ो ये गुलाबजामुन खाओ क्या कहूं यार ...क्या मस्त बना मन हो रहा बनाने वाले के हाथ चूम लू 😍
टविंकी - ये सब छोड़ो छोले समोसे खाओ .(आनंद की तरफ देखते हुए)....जाते टाइम ये सब पैक कर देना मेरे लिए ...
आनंद - जरूर देवी जी 😕 स्कूल में तो मेरा छीन कर खा जाती थी तुम खैर इवान कहा है ,
ट्विंकी ये सुन मुंह फूला लेती हैं और आनंद के मुंह में गुलाबजामुन डालते हुए जाने लगती है तो वो कहता है ,
आनंद - ओय ओय ....( खाते हुए ) रेहान कहा है .......
( उसके पूछने पर सब यहां वहां देखते है तो पाते है की रेहान आराम से टेबल पर बैठा है बहुत सारे खाने के साथ , वही रेहान उन्हे देखकर मुस्कुरा देता है और कहता है हे फ्रेंड्स कम हेयर खाने का पूरा इंतजाम है ...विदेश में तो ये सब मिलता ही नहीं ,आनंद ये सुन सबके साथ आ जाता है और चारो फिर मजे से खाने में लगे होते हैं और गोलगप्पे खाने का कंपीटिशन भी करते है )
दूसरी तरफ अवनी स्टेज से उतरकर एक ग्लास कोलड्रिंक पिती है तो उसे थोड़ा अजीब लगता है जिसकी वजह से वो खुशी को बताती है तो वो कहती है ,
खुशी - यार प्यार का नशा है छोड़ ना ....
( अवनी फिर वहां से चली जाती और अपने कमरे के बजाय ऋषभ के कमरे में जाकर बैठ जाती है )
सगाई ख़तम होने के बाद सब लोग चले जाते है तो ऋषभ भी अपने कमरे में जाता है तो डर जाता है और कहता है ...
ऋषभ - कौन है ?
अवनी बिना कुछ कहे बेड से उठती हैं और ऋषभ के करीब आने लगती है , ऋषभ थोड़ा सा पीछे हो जाता है ..अवनी फिर आगे बढ़ती है तो ऋषभ दीवार से टकरा जाता है और अवनी फिर दीवार पर हाथ रखकर कहती है ......
अवनी - तुम समझते क्या हो अपने आप को ?
ऋषभ - ( अवनी का मुंह के पास आकर कहता है) आपने ड्रिंक किया है ?
अवनी - ( झूमते हुए ) हां कोलड्रिंक पी है ...
ऋषभ अवनी को थोड़ा दूर करने लगता है पर अवनी हिलती ही नहीं है और कहती है ....
अवनी - क्यों कर रहे हो दूर..... चलो चांद को पकड़ते है ...
( अवनी फिर भागते हुए बालकनी मे चली जाती है ,पीछे पीछे ऋषभ भी )
ऋषभ - आप यहां से चलिए .
अवनी -( बालकनी से नीचे झांकते हुए बच्चो की तरह ) नहीं पहले चांद को पकड़ कर लाओ फिर चलूंगी ...
( ऋषभ ..अवनी की इस हरकत पर कुछ कहता नही है बस अंदर जाकर मिरर लाकर चांद के सामने कर देता है और कहता है ये लीजिए चांद को पकड़ लिया , अवनी खुद को मिरर में देखकर अजीब तरह से फेस बनाती है और ऋषभ के सीने पे सर रखकर आंखे बंद कर लेती है तो वो उसे कुछ देर तक निहारने के बाद गोद में उठाकर बेड पर लिटा देता है और जैसे ही बाहर का दरवाजा खोलने जाता है तो वो खुलता ही नहीं , ऋषभ बहुत कोशिश करता पर दरवाजा नहीं खुलता है फिर वो अपना फोन ढूंढने लगता है तो वो भी नहीं मिलता है ।
( ऋषभ गुस्से में कहता है अब तुम नहीं बचोगे मेरे हाथो से नीले पीले , फिर वो भी जाकर सो जाता है )
सुबह अवनी उठती है तो खुद को ऋषभ के कमरे में सोते देख शॉक्ड हो जाती है और चिल्ला देती है ,........................
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Arman
29-Jan-2022 05:59 PM
Bahut achchi kahani h aapki..
Reply
Inayat
14-Jan-2022 03:55 PM
Bahut achchi kahani likhti h aap
Reply
Arshi khan
09-Jan-2022 12:43 PM
🤭🤭🤭🤭 मुझे चांद चाहिए, चांद को पकड़ना है, और ऋषभ भी अट्रैक्ट लग रहा है। नाइस स्टोरी
Reply
Seema yadav ' sim'
24-Feb-2022 07:23 PM
Thanku ❣️
Reply